┏┓
┃┃╱╲
┃╱╱╲╲
╱╱╭╮╲╲
▔▏┗┛▕▔
╱▔▔▔▔▔▔▔▔▔▔╲
Stay at Home
╱╱┏┳┓╭╮┏┳┓ ╲╲
▔▏┗┻┛┃┃┗┻┛▕▔
┃┃╱╲
┃╱╱╲╲
╱╱╭╮╲╲
▔▏┗┛▕▔
╱▔▔▔▔▔▔▔▔▔▔╲
Stay at Home
╱╱┏┳┓╭╮┏┳┓ ╲╲
▔▏┗┻┛┃┃┗┻┛▕▔
1.>पाठ्यपुस्तक(Textbook )एक मुद्रित कागज की बनी होती है जो बच्चों की आयु, कक्षा, विषय, व मानसिक स्तर के अनुसार बनाई जाती है| पाठ्यपुस्तक का स्पष्ट शैक्षिक उद्देश्य होता है तथा पाठ्यपुस्तक में पाठ्यक्रम के अनुसार विषयों तथा जानकारी का संग्रहण होता है , यह पुस्तक एक निर्देशक, शिक्षक की लिए सहायक स्वरूप, छात्रों के हाथ में दी जाने वाली कागज की बनी अपने विषय के अनुसार सभी आवश्यक जानकारी लिए हुई होती है ।
2.>पाठ्यक्रम(curriculum)के अंतर्गत शिक्षार्थी एवं शिक्षण सामग्री के मध्य नियोजित परस्पर क्रिया संसाधन जैसे कि- पुस्तकें, मल्टीमीडिया और मूल्यांकन प्रक्रिया आते हैं इसको अध्ययन की परिभाषित और निर्धारित रूपरेखा मान सकते है | पाठ्यक्रम के अंदर पाठ्यवस्तु आता है. पाठ्यपुस्तक और पाठ्यवस्तु पाठ्यक्रम का अंग माना जाता है। पाठ्यक्रम वह मार्ग/ तरीका / साधन है, जिसके द्वारा शिक्षा के लक्ष्यों की प्राप्ति होती
है।
3. > (Syllabus) पाठ्यवस्तु वह दस्तावेज है जो यह सुनिश्चित करता है कि शिक्षक और छात्र यह अच्छी तरह समझ लें कि क्या और कितना पढ़ाना/पढ़ना है, उस सामग्री को पढ़ने का उद्देश्य क्या है, कक्षा में विद्यार्थी से क्या अपेक्षाएँ हैं आदि। इससे विद्यार्थी को एक दिशा मिलती है और रास्ता भी दिखाई पड़ता है।
यह छात्रों को अपने स्वयं के सीखने की जिम्मेदारी लेने के लिए आमंत्रित करता है ।।
Ravi Kumar
रवि कुमार
No comments:
Post a Comment